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यूरिन इंफ़ेक्शन (UTI) को नज़रअंदाज़ न करें

जब यूरिन में किसी तरह का इन्फेक्शन होता है तो उसे यू. टी.आई.कहते हैं. इसका मतलब हैं, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन. ये इन्फेक्शन वैसे तो पुरुषों में भी होता हैं लेकिन महिलाएं इस तरह के इन्फेक्शन से बहुत जल्दी इन्फेक्टेड हो जाती हैं. यही वजह हैं कि यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की समस्या पुरुषो से ज्यादा महिलाओं में पाई जाती हैं. ये खास महिलाओं के इंटिमेट हेल्थ से जुडी समस्या है. हर महिला कभी न कभी इस तरह के इन्फेक्शन से जरुर गुजरती हैं. लेकिन ज्यादातर केसेस में जागरूकता न होने की वजह से वो उसे अनदेखा कर देती हैं. इस तरह के इन्फेक्शन को अगर समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो आगे चलकर ये महिलाओं की हेल्थ को और भी ज्यादा नुकसान पंहुचा सकती हैं.

महिलाओं के लिए अनप्रोटेक्टेड सेक्स, सिंथेटिक अंडरगारमेंट से लेकर ब्लड शुगर लेवल तक यूटीआई की समस्या का कारण हो सकता है। यूरिन इंफ़ेक्शन (UTI) की समस्या  को लम्बे समय से नज़रंदाज़ करने से इन्फेक्शन और भी ज्यादा बढ़ सकता हैं.

यूटीआई के लक्षण

  • ●  यूरिन पास करते समय वेजाइनल ट्रैक में जलन और दर्द.
  • ●  यूरिन के दौरान खून आना.
  • ●  यूरिन का रंग हल्के पीले से लेकर लाल रंग तक होना
  • ●  दिन में सामान्य से ज्यादा बार यूरिन डिस्चार्ज करने की समस्या।
  • ●  सामान्य से यूरिन कम आना या फिर आना बंद हो जाना.
  • ●  यूरिन पास करते समय उससे बदबू आना.
  • ●  दिन में कई बार उलटी हो जाना.
  • ●  यूरिन आने पर बिल्कुल कण्ट्रोल न कर पाना.
  • ●  व्यक्ति के पेट के निचले हिस्से और कमर में दर्द होना.
  • ●  बिना किसी वजह के बुखार आना.
  • ●  हमेशा बेचैनी और उलटी जैसा महसूस होना.
  • ●  यूटीआई होने पर महिलाओं के पेल्विक दर्द और पुरुषों के रेक्टम में दर्द महसूस होना.

क्यों होती हैं, यूटीआई की समस्या

यूटीआई होने का सबसे बड़ा कारण सेक्स करते समय और सेक्स करने के बाद हाइजीन का ध्यान नहीं रखना हैं. इसलिए सेक्स करने से पहले और बाद में दोनों ही समय पार्टनर्स को हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरुरी हैं. ऐसा नहीं हैं कि यूटीआई सिर्फ हाइजीन का ध्यान नहीं रखने से फैलता हैं. इनहाइजीनिक होने के अलावा अगर आपके पार्टनर को पहले से यूटीआई की समस्या हैं, तो ऐसे में ये इन्फेक्शन आपको अपने आप हो सकता हैं.

पर्याप्त मात्र में पानी न पीने की वजह से भी यूटीआई की समस्या होना बहुत आम हैं. क्योंकि कम पानी पीने की वजह से शरीर में डीहाइड्रेसन की समस्या शुरू होती हैं. फिर वो आगे चलकर इन्फेक्टेड व्यक्ति की परेशानियों को और भी ज्यादा बढ़ा देती हैं.

अगर किसी महिला को पहले से ही यूरिनरी स्टोन जैसे कि किडनी, यूरेथ्रा का स्टोन है, तो ये बाद में आगे चलकर यूटीआई की समस्या उत्पन्न हो सकती हैं.

महिलाओं की बॉडी में यूरेथ्रा छोटा होता हैं और इसके पास ही एनस मौजूद होता हैं. जिससे यहाँ मौजूद बैक्टीरिया यूरेथ्रा में इन्फेक्शन कर देते हैं. पुरुषो के मुकाबले महिलाओं का यूरेथ्रा छोटा होता हैं इसलिए इन्हें इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा होता हैं.

अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज की समस्या हैं तो उसे यूटीआई की समस्या भी हो सकती हैं. अचानक से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाना भी यूटीआई के जोखिम को और ज्यादा बढ़ा सकता हैं.

मस्तिष्क से संबंधी बीमारियाँ होने के कारण भी कई बार व्यक्ति को यूटीआई का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि जब मानसिक रूप से कोई व्यक्ति स्वस्थ नहीं होता हैं तो यूरेथ्रा में यूरिन काफी लंबे समय तक रहता है और फिर वो यूटीआई की समस्या को जन्म देता हैं.

नॉन लुब्रिकेटेड कंडोम का इस्तेमाल करने की वजह से भी स्किन इरिटेसन होता हैं, जो यूटीआई की समस्यां को बढ़ाने का काम करता हैं.

यदि किसी व्यक्ति ने यूरिनरी सर्जरी करवाई है, तो ऐसी स्थिति में कुछ दिनों के लिए यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन होने की संभावना बनी रहना आम बात हैं.

सेक्स करते समय अगर यूरिनरी ट्रैक पर दवाब पड़ता हैं, तो एनस पर मौजूद बैक्टीरिया ब्लैडर में चले जाते हैं जिससे यूटीआई की समस्या का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता हैं.

यूटीआई से कैसे बचाव किया जा सकता हैं.

पर्याप्त मात्रा में पानी पियें

यदि आप यूटीआई की समस्या से जुंझ रहे हैं तो ज्यादा से ज्यादा पानी पीये. क्योंकि यह आपके यूरिन को डाइल्यूट करता है. इससे आपकी डीहाइड्रेसन की समस्या दूर होगी. साथ ही अगर आप बहुत ज्यादा पानी पियेंगे तो बार बार यूरिन पास करेंगे.ऐसा करने से यूरिनरी ट्रैक्ट में जमे बैक्टीरिया बहार आ जाते हैं और यूटीआई का असर काफी हद तक कम हो जाता हैं.

यूरिन को रोके नहीं

कई बार लोग ज्यादा बिजी होने की वजह से और आलास होने के कारण यूरिन को काफी लम्बे समय तक रोक कर रखने की कोशिश करते हैं. इससे यूटीआई की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं, इसलिए जब भी आपका ब्लैडर भर जाये उसे फ़ौरन खाली करें.

वेजाइनल हाइजीन का खास ध्यान रखें

यूटीआई की समस्या खास वेजाइनल हाइजीन का ध्यान न रखने की वजह से बढता हैं. इसलिए इससे बचने के लिए वेजाइनल के आस पास के हिस्से को अच्छी तरह से क्लीन रखे. अपने वेजाइनल पार्ट को आगे से लेकर एनल एरिया तक साफ़ करे. लेकिन ध्यान रहे आपको कभी भी एनल एरिया से वाइप करते हुए आगे की ओर नहीं आना है।

सेक्स के समय इंटिमेट पार्ट्स की सफाई

सेक्सुअल हाइजीन का ध्यान न रखना यूटीआई होने का एक बड़ा कारण हैं. इसलिए ध्यान रहे की सेक्स करने के बाद और सेक्स करने से पहले अपने इंटिमेट पार्ट्स को क्लीन करना बहुत जरुरी हैं. इसके अलावा सेक्स करने के तुरंत बाद यूरिन पास करने की कोशिश करे. ताकि अगर किसी तरह का बैक्टीरिया आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में फसा हो तो वो यूरिन के जरिये तुरंत बाहर निकल जाएँ.

किसी भी तरह के वेजाइनल परफ्यूम और इंटिमेट वॉश से बचे.

यूटीआई की समस्या से बचने के लिए जरुरी हैं की बाज़ार में मिलने वाले किसी प्रकार के वेजाइनल स्प्रे और इंटिमेट वॉश का इस्तेमाल करने से बचे। क्योंकि इन सभी प्रोडक्ट्स में केमिकल मिले हुए होते हैं, जो बैक्टीरिया को और भी ज्यादा अपनी ओर आकर्षित करते हैं. साथ ही अगर ऐसे प्रोडक्ट एलर्जी कर दे तो समस्याएँ और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं.

अंडर गारमेंट्स का ध्यान रखें

डॉक्टर के कहे अनुसार कई बार आपके अंडरगारमेंट भी यूटीआई की समस्या को जन्म देते हैं. अगर आप सिंथेटिक अंडरगारमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं तो ऐसे अंडरगारमेंट्स पसीना नहीं सोखते हैं. ऐसे में कुछ समय बाद पसीने अपनी तरफ बैक्टीरिया को आकर्षित करते हैं. जिसकी वजह से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की समस्या बढ़ जाती हैं. इसलिए हमेशा कॉटन के अंडरगारमेंट्स पहने साथ ही बहुत ज्यादा टाइट अंडरगारमेंट्स को पहनने से बचे |

अगर आपको भी यूटीआई की समस्या हैं तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

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